सेवाओं का विवरण
जल संसाधन, विद्युत और अवसंरचना के तीन मुख्य क्षेत्रों में वाप्कोस परामर्शी सेवाएं प्रदान की जाती हैं। इसकी परामर्शी सेवाओं की श्रेणी में कार्यकलापों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है, जैसे:
- प्रारंभिक अन्वेषण/ सर्वेक्षण
- व्यवहार्यता अध्ययन/नियोजन/परियोजना निर्माण
- आधारभूत और सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण
- फील्ड सर्वेक्षण और जांच एवं परीक्षण
- घाट विकसित करना
- इंजीनियरिंग डिजाइन, रेखांकन और निविदा प्रक्रिया
- परियोजना प्रबंधन और निर्माण पर्यवेक्षण
- परिचालन और रखरखाव
- संस्थागत/मानव संसाधन विकास
- कृषि (फसल सुधार, अनुसंधान स्टेशनों, ट्रैक्टरों और कृषि उपकरणों की आपूर्ति सहित)
- सूचना प्रौद्योगिकी या दूरसंचार अवसंरचना (आईटी पार्क/केंद्र, माइक्रोवेव लिंक, वी-सैट टर्मिनल, ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क)
- सिविल निर्माण (आवास, अस्पताल इत्यादि सहित)
- मत्स्यपालन (मछली पालन, कोल्ड स्टोरेज सहित)
- सिंचाई (सूक्ष्म/ड्रिप सिंचाई, नहर इत्यादि सहित)
- बिजली उत्पादन (थर्मल, हाइड्रो)
- ग्रामीण विद्युतीकरण सहित, विद्युत ट्रांसमिशन और संवितरण
- औद्योगिक परियोजनाएं (चीनी, सीमेंट, खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा, मोटर वाहन इत्यादि)
- नवीकरणीय ऊर्जा (सौर, पवन, बायो-गैस सहित)
- सड़कें और राजमार्ग
- जल और स्वच्छता (विलवणीकरण, जल उपचार और शोधन, भंडारण और वितरण सहित)
- सॉफ्टवेयर विकसित करने जैसी सेवाएं
जल शक्ति मंत्रालय के तत्वावधान के अन्तर्गत तकनीकी-वाणिज्यिक संगठन के रूप में वाप्कोस भारत सरकार तथा राज्य सरकारों के विभिन्न संगठनों में विकसित योग्यता तथा विशेषज्ञता का उपयोग करता है । वाप्कोस के पास अपने मुख्य पेशेवरों और भारत सरकार के निम्नलिखित विभिन्न संगठनों में कार्यरत विशेषज्ञों से युक्त बहुविषयक परियोजना टीम उपलब्ध कराने की अंतर्निहित क्षमता है :-
- केन्द्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी)
- केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए)
- केन्द्रीय भूजल बोर्ड (सीजीडब्ल्यूबी)
- केन्द्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण इंजीनियरिंग संगठन (सीपीएचईईओ)
- केन्द्रीय जल एवं विद्युत अनुसंधानशाला (सीडब्ल्यूपीआरएस)
- केन्द्रीय मृदा एवं सामग्री अनुसंधानशाला (सीएसएमआरएस)
- अन्य राज्य तथा लोक उद्यम विभाग