बाढ़ नियंत्रण तथा नदी आकारिकी
बाढ़ तबाही उत्पन्न करती है और वर्ष दर वर्ष जीवन एवं सम्पत्ति की बरबादी का कारण बनती है । नदी प्रबंधन पहलुओं को नदी के साथ शहरीकरण बढ़ने, बाढ़ मैदानों के अतिक्रमण और मानव हस्तक्षेप द्वारा विकसित गतिविधियों के कारण नए आयाम अर्जित हुए हैं । भूआकारिकी पहलुओं, नुकसान आवर्ती आकलन, जोखिम निर्धारण, मूल्यांकन बीमा द्वारा जोखिम पूर्ति इत्यादि साथ में बाढ़ पूर्वानुमान और विपदा प्रबंध पर महत्व को कवर करते हुए नदी बेसिन को एक ही मानने पर जोर दिया जाता है ।
नदियां उसके निकटवर्ती तटों की भूमि और सम्पत्ति को बहुधा नुकसान पहुंचाती है । जलोद मैदान में नदियां भी अपने रास्ते को बहुधा बदलती रहती हैं । बाढ़ों से सुरक्षित मार्ग, पुलों, तटबंधों इत्यादि को चारों और से संरक्षण उपलब्ध करवाने के लिए संरेखण के साथ साथ नदी चैनलों को स्थिर रखने की आवश्यकता है।
शहरी क्षेत्रों में जनसंख्या के अंतरागम के कारण और जिसके परिणामस्वरूप भूमि संसाधनों पर दबाव पड़ता है, भूमि को नदी के रूट के साथ आवरित किया जाना चाहिए ताकि भूमि उद्धार और प्रयोग किया जा सके । ऐसे निवासों को सुरक्षा के लिए बाढ संरक्षण कार्य उपलब्ध करवाए जाने चाहिए । वाप्कोस बाढ़ों के न्यूनीकरण में विशेषज्ञ परामर्शी सेवाएं उपलब्ध कराती है ।
जल मौसम विज्ञान
- स्थल चयन
- उपकरण चयन
- जलविज्ञान नेटवर्क योजना
- डाटा एकत्रीकरण व विश्लेषण
- जीडी कर्वस् तैयारी
- गादभारव अध्ययन
बाढ़ प्रबंधन
संरचनात्मक उपाय
- बांध/जलाशय
- बाढ़ तटबंध
- नदी चैनलाइजेशन
- जल निकासी सुधार
- उप मार्ग चैनल
- निरोध जलाशय
- नदी ट्रेनिंग व कटाव रोधी कार्य
- जलग्रस्न विकास
गैर संरचनात्मक उपाय
- बाढ़ पूर्वानुमान व चेतवानी
- बाढ़ मैदान क्षेत्रीकरण
- बाढ़ अप्रवेश्यता
- न्यून जल संसाधन क्षेत्रों में बाढ़ का प्रयोग
- बाढ़ बीमा
- विपदा प्रबंधन
विशेष अध्ययन
- नदी आकारिकी
- हानि आवृति विश्लेषण
- जोखिम मूल्यांकन
- भू-आकृति विज्ञान
- बाढ़ रूटिंग अध्ययन
- नदी तट संरक्षण अध्ययन
- आकृति विज्ञान माडल अध्ययन
- टेलीमेट्री नेटवर्क डिजाइन
- संस्थागत व्यवस्थाएं
- प्राथमिक बाढ़ राहत उपायों हेतु चरण वार कार्यान्वयन कार्यक्रम
- आश्रय क्षेत्र स्थान
- राहत उपाय
- छिछली स्थान पर क्षीण प्रवाह समस्या
- नौसंचालन संरेखण तथा चैनल रखरखाव
- नावों व नौसंचालन व्यवस्था हेतु मार्गदर्शन
- आपातकाल कार्य योजनाएं
- बैक वाटर अध्ययन
- नदी वाहन क्षमता
- विनियमक संरचनाओं के दृष्टिकोण की सुरक्षा