प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन
प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन का संदर्भ प्राकृतिक संसाधनों जैसे कि भूमि, जल, मृदा, वनस्पति तथा जीव जन्तु के प्रबंधन से है जो दोनों वर्तमान व भविष्य की पीढि़यों के लिए जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करने पर विशेष ध्यान देता है । प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन सतत् विकास, सतत् वैश्विक भूमि प्रबंधन और पर्यावरण शासन के आधार बनाता है जो वैज्ञानिका सिद्धांत क अवधारणा के साथ अनुकूल है ।
वाप्कोस ग्राहकों को बढ़ते आर्थिक, पर्यावरण, प्राकृतिक संसाधन और सामाजिक चुनौतियों का सामना करने के लिए उनकी व्यावसायिक उद्यमता बनाए रखने में सहायता करने के लिए प्राकृतिक संसाधनों की प्रबंधन परामर्शी सेवाएं उपलब्ध करवाता है ।
परियोजना मूल्यांकन
- मृदा सर्वेक्षण तथा भूमि क्षमता मूल्यांकन
- भूमि उपयोग योजना
- जलग्रस्त विकास हेतु एकीकृत प्रबंधन योजना
- संयुक्त वन प्रबंधन तथा माइक्रो योजना की तैयारी
- वर्षा जल संचयन तथा जल संरक्षण
- प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन हेतु मास्टर योजना की तैयारी
- बंजर भूमि विकास
- आवाह क्षेत्र उपचार योजना
- जलग्रस्न तथा कृषि जल निकासी
- मृदा तथा जल संरक्षण कार्यक्रम की मानीटरिंग तथा मूल्यांकन
जल उपलब्धता का संवर्धन
- जल संचयन
- डग वै
- चिनाई/मृदा मेड
- भूजल पुनर्भरण
- चक बांध
- परकोलेशन टैंक
- इंजेक्शन वैल
- रूफ टोप वर्षा जल संचयन
- मृदा नमी संरक्षण
जल संचयन संरचनाएं
- जल संचयन संरचनाओं हेतु स्थलों की पहचान करना
- स्थल सर्वेक्षण
- संरचना का डिजाइन
- विशिष्ट स्थान
- विशिष्ट उपयोग
- स्थानीय प्रौद्योगिकी तथा सामग्री के प्रयोग से लागत अनुमान
- निविदा दस्तावेज की तैयारी तथा मूल्यांकन
- निर्माण पर्यवेक्षण
- निर्माण के बाद रखरखाव